इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय द्वारा “एआई पे चर्चा” और“एआई फॉर डाटा ड्रिविन गवर्नेन्स” पर चर्चा का आयोजन

इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के राष्ट्रीय ई-शासन प्रभाग (एन-ई-जीडी) 28 अक्टूबर, 2021 को “एआई फॉर डाटा ड्रिविन गवर्नेन्स” (आंकड़ों पर आधारित शासन के लिये कृत्रिम बौद्धिकता) विषय पर एक बार फिर एआई पे चर्चा (कृत्रिम बौद्धिकता पे चर्चा) का आयोजन कर रहा है। इस सत्र में आंकड़ों पर आधारित और कृत्रिम बौद्धिकता की बुनियाद पर शासन के महत्व तथा इस मामले में दुनिया भर में अपनाये जाने वाले बेहतर तौर-तरीकों को विषय बनाया गया है।

इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय की पहल के तौर पर एआई पे चर्चा, पैनल चर्चा की श्रृंखला है, जिसमें सरकार व उद्योग के स्वदेशी और विदेशी दिग्गज, अनुसंधानकर्ता और अकादमिक जगत की हस्तियां कृत्रिम बौद्धिकता पर अपने विचार तथा अनुभव साझा करती हैं। पैनल चर्चा में वे कृत्रिम बौद्धिकता से सम्बंधित अध्ययनों, दुनिया में अपनाये जाने वाले बेहतर तौर-तरीकों, महत्वपूर्ण नवाचारों तथा कृत्रिम बौद्धिकता के क्षेत्र की चुनौतियों पर भी चर्चा करते हैं।

‘एआई फॉर डाटा ड्रिविन गवर्नेन्स’ सत्र में विशेषज्ञ सार्वजनिक क्षेत्र, रक्षा और सुरक्षा, डाक सेवाओं और भावी शहरों में कृत्रिम बौद्धिकता के उपयोग पर बात करेंगे। उन महत्वपूर्ण कृत्रिम बौद्धिकता आधारित समाधानों पर प्रस्तुतिकरण भी दिया जायेगा, जिन्होंने कोविड-19 महामारी के कठिन दौर में अहम भूमिका निभाई थी।

भारत सरकार द्वारा की ये पहलें प्रौद्योगिकियों के विकास की शक्ति को तथा उनके सम्बंध में नीतियों के प्रभाव को समझने और उन्हें इस्तेमाल करने की दिशा में उठाया गया कदम है।

कार्यक्रम को देखने के लिये https://bit.ly/3mGSmeh पर पंजीकरण करें। इसके अलावा कार्यक्रम की सीधी स्ट्रीमिंग देखने के लिये इन लिंकों पर जायें:-

*********

एमजी/एएम/एकेपी/एसएस

पोस्ट इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय द्वारा “एआई पे चर्चा” और“एआई फॉर डाटा ड्रिविन गवर्नेन्स” पर चर्चा का आयोजन पहले G News Portal पर दिखाई दिया।



https://ift.tt/3CoWy9g

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

केन्द्रीय कर्मचारियों के लिए बड़ी खबर: डीए का भुगतान सितम्बर माह में एरियर के साथ होगा – मुकेश गालव

कन्हैया दंगल पौराणिक कथाएं सुन मंत्रमुग्ध हुए श्रोता

खंडार तहसीलक्षेत्र मे मौसम के तीखे तेवर से किसानों की फसल को पहुंचा बडा आघात।