केन्द्रीय कर्मचारियों के लिए बड़ी खबर: डीए का भुगतान सितम्बर माह में एरियर के साथ होगा – मुकेश गालव गंगापुर सिटी ,29जून । केन्द्रीय कर्मचारियों के लिए यह बड़ी खुशखबरी है, उन्हें महंगाई भत्ता (डीए) का भुगतान सितम्बर माह में एरियर के साथ मिलेगा. यह निर्णय दिनांक 26-27 जून 2021 को नार्थ ब्लाक नई दिल्ली में नेशनल काउसिंल /जेसीएम की बैठक, कैबिनेट सचिव, भारत सरकार के साथ एनसी/जेसीएम के कर्मचारी पक्ष के सचिव शिवगोपाल मिश्र व अन्य सदस्यों के साथ आयोजित हुई जिसमें लगभग 28 महत्त्वपूर्ण मुददों पर विस्तार से चर्चा हुई के बाद लिया गया है. वेस्ट सेंट्रल रेलवे एंप्लाइज यूनियन के मंडल उपाध्यक्ष नरेंद्र जैन ने बताया कि इस संबंध में एनसी/जेसीएम के कर्मचारी पक्ष के सदस्य कॉमरेड मुकेश गालव के अनुसार यह बैठक अत्यन्त महत्वपूर्ण रही क्योंकि अन्य मुददों के साथ-साथ इस बैठक में पिछले डेढ़ वर्षों से सरकार द्वारा कोरोना महामारी के नाम पर केन्द्रीय कर्मचारियों के फ्रीज किये महंगाई भत्ता और पेंशनर्स के लिए महंगाई राहत का मुद्दों पर निर्णय होना था. इस बैठक के लिए केन्द्रीय कर्मचारी आस लगाये बैठे थे. श्री गालव ने
कन्हैया दंगल पौराणिक कथाएं सुन मंत्रमुग्ध हुए श्रोता मलारना चौड़ कस्बे के समीप ग्राम पंचायत भारजा नदी की कांच की झोपड़ी में दो दिवसीय कन्या पद दंगल के दूसरे दिन पौराणिक कथा श्रोतागण सुनकर मंत्रमुग्ध हुए श्रोता वही गायक कलाकारों ने लूटी वाहवाही। वही कार्यक्रम जुड हुए मस्तराम मीणा धनराज वैष्णव आदि ने बताया कि गांव में कन्हैया पद दंगल कार्यक्रम को लेकर काफी दिनों लोगों में उत्साह देखने को मिला।दंगल में गायक पार्टियों ने धार्मिक एवं पौराणिक कथाएं सुनाकर श्रोताओं को रोके रखा। धमूण एवं उलियाणा की डूवाचली पार्टियों ने प्रस्तुति देकर वाहवाही लूटी। डूवाचली की मंडली ने हरिचंद्र राजा की कथा में ‘अरे नहाड़े बाट भाभी या महलन काई लाई रे, बालक तेरी गोद में कूण को लाई रे की प्रस्तुति दी। श्रोताओं ने मेडियाओं के कपड़ों पर नोटों की माला टांककर व जयकारे लगाते हुए उत्साहवर्धन किया। इस दौरान कई बार श्रोताओं ने बतासों की भी बौछार की। दंगल में अतिथि के रूप में गंभीरा पूर्व सरपंच देव पाल मीणा कुंडली नदी सरपंच मीठा लाल मीणा भारजा नदी सरपंच मुरारी लाल मीणा ने कहा कि दंगल भारतीय संस्कृति की पहचान है। पद दंगल द
2 दिन से खंडार तहसीलक्षेत्र मे मौसम के तीखे तेवर से किसानों की फसल को पहुंचा बडा आघात। स्थानीय किसानों ने बताया कि 2 दिन के मौसम खराब होने से हमारी फसल तेज हवा एवं बारिश के कारण बड़ी भारी मात्रा में खराब हो गई है। तेज हवाओं के कारण सुखी खड़ी फसल खेतों में ही आडी विच गई है। बारिश के चलते फसलों में पानी भरने से भी फसल हमारी खराब हो गई है। कटाई के दौरान रखी हुई फसल खेतों में ही मटिया मेंट हो गई है। एकत्रित की हुई कटी हुई फसल में पानी भर जाने के कारण खराब हो गई है। हम किसानों को बड़ी धोरी मार के साथ में गुजरना पड़ रहा है। एक तो मौसम की मार से हमारी फसल खराब हो गई है। दूसरी ओर सरकार द्वारा किसानों को कोई भी सहयोग नहीं मिल पा रहा है। खरीफ की फसल भी हम किसानों की बिल्कुल खराब हो गई थी। सरकार द्वारा सहयोग के लिए कई वादे किए गए थे लेकिन आज तक सरकार द्वारा बादो के अलावा हमारे पास कोई सहयोग राशि नहीं आई है। मार्च में दो तीन बार मौसम खराब होने से हमारी फसल को आघात पहुंचा है। सरकार द्वारा सहयोग करने के लिए आश्वासन ही दिया गया है। लेकिन अभी तक हम किसानों का सरकार द्वारा कोई सहयोग नहीं किया गया है। इ
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